Skip to main content

कह दो

 

कह दो

 

कह दो कुछ ऐसा इस शाम हमे

कि हम खिल उठे

मुस्कारा ले तुम्हारे होठों कि तरह

महक उठे रुह ए रवाँ कि तरह

ओर हो जाए रोशन इस चांदनी रात में इस तरह

की चमक उठे सितारों कि तरह !!!!

 

 है ख्वाहिश हमारी

की आप सामने होते

बहार ए नजारे की तरह

तो जन्नत नसीब हो जाती हमे

फरिसतो की तरह!!

 

अगर अभी हों ना ये मुमकिन

तो कुछ ऐसा कह दो इस शाम हमे

कि हम खिल उठे

तुम्हारे होठों कि तरह

चमक उठे सितारों कि तरह .!!!!

 |||